कुत्तों की नसबंदी का कार्य 10 फरवरी से होगा शुरू, डॉग बाईट समस्या से शहरवासियों को मिलेगी बड़ी राहत : डॉ. वैशाली शर्मा
नियमों के तहत होगा कार्य, कुशल पशु चिकित्सक करेंगे ऑप्रेशन, सीसीटीवी कैमरों की रहेगी निगरानी

करनाल, 4 फरवरी। शहरवासियों को कुत्तों के काटने की समस्या से निजात मिलने जा रही है। इसके लिए स्ट्रीट डॉग की नसबंदी करवाई जाएगी। यह कार्य आगामी 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है। नगर निगम की ओर से ग्वालियर की सिद्घांत सोसाईटी फॉर एनीमल केयर एजेंसी को कार्य आदेश जारी किया जा चुका है।
यह जानकारी नगर निगम आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने मगलवार को दी। उन्होंने बताया कि एजेंसी की ओर से घोघड़ीपुर रोड पर एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर बनाने का कार्य जारी है, जो पूरा होने जा रहा है। इसके पश्चात शैड्यूल अनुसार कुत्तों को पकडक़र उनकी नसबंदी की जाएगी। जिस क्षेत्र से कुत्ते पकड़े जाएंगे, सम्बंधित जोन इंचार्ज उसकी निगरानी करेंगे।
निगमायुक्त ने बताया कि भारतीय जीव जंतु कल्याण बोर्ड के पशु जन नियंत्रण अधिनियम 2023 के नियमों के तहत कुत्तों की नसंबदी का कार्य किया जाएगा। इसके तहत पहले कुत्तों को पकडक़र उनका ऑप्रेशन कर नसबंदी की जाएगी। एंटी रेबिज का टीकाकरण किया जाएगा। करीब तीन से चार दिन तक ऑप्रेशन के बाद की देखभाल की जाएगी।
इस दौरान उनके खाने-पीने व दवाईयों इत्यादि की पूरी व्यवस्था एजेंसी द्वारा की जाएगी। इसके पश्चात जिस क्षेत्र से कुत्तों को पकड़ा गया है, वही पर उन्हें वापिस छोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी रहेगी। उन्होंने बताया कि एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में कुत्तों की नसंबदी का कार्य कुशल पशु चिकित्सकों द्वारा किया जाएगा। ऑप्रेशन के बाद उनकी देखभाल के लिए विशेष स्टाफ मौजूद रहेगा।
यह चिकित्सक, भारतीय पशु चिकित्सा परिषद एवं राज्य पशु चिकित्सा परिषद से पंजीकृत हैं। इसके अतिरिक्त डॉग कैचर टीम, गाडी, ड्राईवर इत्यादि लोग रहेंगे। नगर निगम आयुक्त ने बताया कि कुत्तों की नसंबदी के कार्य की पूर्ण निगरानी के लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा। कमेटी में पशुपालन विभाग के चिकित्सक भी मौजूद रहेंगे।
उन्होंने कहा कि नसबंदी का कार्य पूरा होने से नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी। इस कार्य के लिए एजेंसी को दो वर्ष के लिए टेंडर दिया गया है।
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