नई दिल्ली : अगस्त में सकल जीएसटी राजस्व 1,59,069 करोड़ रुपये रहा, जो जुलाई में एकत्र 1,65,105 करोड़ रुपये से 3.6 फीसदी कम है। हालाँकि, यह आंकड़ा अगस्त 2022 के जीएसटी संग्रह से 11 प्रतिशत अधिक था। पिछले साल अगस्त में कुल जीएसटी संग्रह 1,43,612 करोड़ रुपये रहा था।
अगस्त 2023 के लिए जीएसटी राजस्व के रूप में एकत्र किए गए 1,59,069 करोड़ रुपये में से सीजीएसटी 28,328 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 35,794 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 83,251 करोड़ रुपये (माल के आयात पर एकत्र 43,550 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 11,695 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 1,016 करोड़ रुपये सहित) था।
सरकार ने आईजीएसटी से सीजीएसटी में 37,581 करोड़ रुपये और एसजीएसटी में 31,408 करोड़ रुपये स्थानांतरित किये है। नियमित निपटान के बाद अगस्त 2023 में केंद्र और राज्यों का कुल राजस्व सीजीएसटी के लिए 65,909 करोड़ रुपये और एसजीएसटी के लिए 67,202 करोड़ रुपये था। अगस्त 2023 का राजस्व पिछले साल के इसी महीने के जीएसटी राजस्व से 11 प्रतिशत अधिक है।
माह के दौरान, माल के आयात से प्राप्त राजस्व तीन प्रतिशत अधिक था और घरेलू लेनदेन (सेवाओं के आयात सहित) से राजस्व पिछले वर्ष के इसी महीने के दौरान इन स्रोतों से प्राप्त राजस्व से 14 प्रतिशत अधिक था।
इससे पहले शुक्रवार को, राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा ने गुरुग्राम में एक कार्यक्रम के मौके पर संवाददाताओं से कहा था कि अनुपालन में वृद्धि और कम चोरी के कारण अगस्त 2023 के लिए जीएसटी राजस्व में साल दर साल 11 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।
उन्होंने कहा, “मोटे तौर पर आंकड़े पहले के महीनों की तरह साल-दर-साल 11 प्रतिशत की वृद्धि के दायरे में हैं।” इस साल जून की तुलना में जुलाई में सकल जीएसटी राजस्व दो प्रतिशत बढ़कर 1,65,105 करोड़ रुपये हो गया। जून 2023 में यह आंकड़ा 1,61,497 करोड़ रुपये था।
मल्होत्रा ने कहा, “जून तिमाही के दौरान जीएसटी राजस्व में 11 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। इसका मतलब है कि कर और जीडीपी का अनुपात 1.3 से अधिक है।” उन्होंने कहा था कि जीएसटी संग्रह नॉमिनल जीडीपी से अधिक बढ़ा है और यह कर दरों में कोई वृद्धि नहीं होने के बावजूद है।