पेंशन के रुपए देने के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले चार महिला सहित आठ आरोपियों को थाना साइबर की टीम ने किया गिरफ्तार

सभी आरोपी पिछले दो साल में अलग-अलग राज्यों के करीब 80 व्यक्तियों को बना चुके है ठगी का शिकार

Jan 28, 2024 - 20:01
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पेंशन के रुपए देने के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वाले चार महिला सहित आठ आरोपियों को थाना साइबर की टीम ने किया गिरफ्तार

करनाल, 28 जनवरी। थाना साइबर की टीम द्वारा थाना प्रबंधक निरीक्षक राजीव मिगलानी के नेतृत्व में और एएसआई मुकेश कुमार की अध्यक्षता में 22 जनवरी को ऑनलाइन ठगी करने वाले तीन आरोपी हेमंत पुत्र राजपाल निवासी सेक्टर-87 नोएडा उत्तरप्रदेश, प्रवीण कुमार पुत्र यशपाल निवासी छोटी उकावली अलीगढ़ उत्तरप्रदेश और शशिभूषण तिवारी पुत्र हेमंत तिवारी निवासी हाजीपुर सेक्टर 104, गौतमबुद्ध नगर उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया गया था।

जोकि आरोपी शशिभूषण को न्यायालय में पेश कर किया गया, जहां से उसे ज्यूडिशियल भेजा गया और आरोपी हेमंत और प्रवीण को रिमांड पर लिया गया था। रिमांड के दौरान आरोपी हेमंत की निशानदेही पर उससे पांच हजार नगद रुपए और सिम सहित एक मोबाइल बरामद किया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में आरोपी हेमंत और प्रवीण ने बताया कि वे अपने अन्य साथी आरोपियों के साथ मिलकर पिछले दो साल से ऑनलाइन ठगी का यह काम कर रहे है।

जिसमें वे अब तक देश के अलग-अलग हिस्सों से करीब 80 व्यक्तियों को अपना शिकार बना चुके है। सभी आरोपी एक टीम के तौर पर मिलकर यह काम करते है। दोनों आरोपियों को पेश न्यायालय कर न्यायिक हिरासत भेज दिया गया था। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर ही उनके अन्य पांच आरोपी मिनाक्षी पुत्री नितीश, स्वाती पत्नी नितीश, प्रिया पुत्री मनोज, तरुण पुत्र उदयवीर और ज्योति पुत्री विनोद वासियान खिचड़ीपुर एरिया थाना कल्याणपुरी दिल्ली को खिचड़ीपुर से इनके ऑफिस से गिरफ्तार किया गया।

सभी पांच आरोपियों से प्रारंभिक पूछताछ में पाया गया कि वे पिछले कुछ समय से प्रतिदिन अलग-अलग व्यक्तियों पर कॉल करके उनको अपना शिकार बनाते है। सभी आरोपियों को पेश न्यायालय कर न्यायिक हिरासत भेज दिया गया है। इस मामले में शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार निवासी वजीर चंद कॉलोनी करनाल ने शिकायत दी थी कि वह सन 2010 में सिविल सर्जन के पद से रिटायर हुआ था और तभी उसे रिटामेंट के पैसे उसे मिल गए थे, लेकिन उसे उसके नौकरी के दौरान गुरूप बीमा स्कीम के तहत कटे हुए रुपए नहीं मिले थे।

जोकि दिनाक 30 दिसंबर 2023 को उसके पास नई दिल्ली ऑफिस के नाम से फोन आया और बोले की आपकी रिटारमैंट की स्कीम का पैसा आपके खाते में भेजा जाएगा जिसके लिए आपको रिफंडेबल सिक्योरिटी के रूप में कुछ पैसे जमा कराने पड़ेंग, जोकि बाद में रिफंड हो जाएंगे। इसके बाद शिकायतकर्ता ने आरोपियों के बिछाए हुए जाल में फसते हुए उनके कहने पर अलग-अलग तरीकों में अलग-अलग बैंक खातों में करीब तीन लाख अस्सी हजार रुपए जमा करवा दिए।

जिसके बाद आरोपियों द्वारा कोई पैसा शिकायतकर्ता के खाते में नहीं डाला गया और उसे एहसास हुआ कि वह ठगा जा चुका है। शिकायत के आधार पर नामालूम आरोपियों के खिलाफ 12 जनवरी 2024 को थाना साइबर में धोखाधड़ी होने पर आईपीसी की धारा 120ब, 420 के तहत मुकदमा नंबर 7 दर्ज किया गया था। 

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