साइबर थाना की टीम द्वारा बच्चों को ब्राउजिंग सुरक्षा के बारे में बताया गया
साइबर जागरूकता माह के तहत करनाल पुलिस साईबर टीम ने साईबर सुरक्षा जागरूकता अभियान के अन्तर्गत करनाल के डीपीएस स्कूल और डीएवी पुलिस लाइन पब्लिक स्कूल के छात्रों एवं स्कूल प्रबंधन को साईबर सुरक्षा बारे किया जागरूक
करनाल : पुलिस महानिदेशक हरियाणा शत्रुजीत कपूर के कुशल मार्गदर्शन में एवं एडीजीपी साइबर हरियाणा ओपी सिंह के दिशा निर्देश के तहत पूरे हरियाणा में अक्टूबर माह को साइबर जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। इसी कड़ी के तहत पुलिस अधीक्षक श्री शशांक कुमार सावन आईपीएस के कुशल मार्गदर्शन में करनाल के डीपीएस स्कूल और डीएवी पुलिस लाइन पब्लिक स्कूल में पुलिस ने साईबर जागरूकता अभियान मे छात्र / छात्राओं व स्कूल स्टाफ को साईबर अपराधों बारे जरूरी जानकारी दी व साईबर अपराधों से बचने के उपाय बताए। इन दोनों कार्यक्रम में लगभग 800 छात्र/छात्राओं व स्टाफ ने भाग लिया।
साईबर जागरूकता कार्यक्रम के दौरान उपस्थितगणों को साईबर थाना प्रभारी निरीक्षक राजीव मिगलानी, हेड कांस्टेबल विनोद कुमार व सिपाही लवकेश ने साईबर अपराधों से बचने की विशेष जानकारी दी। जिसमें उन्होंने बच्चों की सुरक्षा के लिए सुरक्षित ब्राउजिंग के बारे में बताया। टीम द्वारा बच्चों को बताया गया की कभी भी बिना वेरिफाई किए किसी भी वेबसाइट का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योंकि बिना वेरिफाई किए किसी भी वेबसाइट का प्रयोग करना खतरनाक हो सकता है ।
ऐसा करने से हमारे मोबाइल और कंप्यूटर से सारी जानकारी लीक हो सकती है। और हम साइबर अपराध का शिकार हो सकते है। टीम ने बताया कि किसी भी अनजान व्यक्ति की कॉल पर आप अपने बैंक खाता / कैडिट / डेबिट कार्ड की जानकारी साझा ना करें। अपने फेसबुक व्हाटसप पर टू स्टैप वैरिफिकेशन जरूर लगाये / अपने फेसबुक / इंस्टाग्राम के अकाउंट को प्राईवेट रखें व ओटीपी किसी से भी शेयर ना करे और ना ही लालच में आकर अपनी बैंक सम्बन्धी जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति को मोबाईल से सांझा करें।
उन्होंने कहा कि आज का युग मोबाईल व इंटरनेट का युग है साईबर अपराधी आपको तरह तरह के लालच देकर आपको अपने झांसे में फसाने की कोशिश करता है जो व्यक्ति साईबर अपराधों बारे जागरूक है यह इन साईबर अपराधियों के झांसे में नही आता व जिस व्यक्ति को साईबर अपराधों बारे जानकारी नहीं है वह मोबाईल के एक गलत क्लिक से साईबर अपराधियों द्वारा ठगा जाता है।
आज के समय में हम सभी को साईबर अपराधो बारे जागरूक होना बहुत जरूरी है। उन्होंने छात्र / छात्राओं व स्टाफ से आग्रह किया की अपने आस पास के लोगों को भी साईबर अपराध बारे जागरूक करें व साईबर क्राईम हैल्पलाइन नम्बर 1930 कि जानकारी भी साझा करें।
साइबर जागरूकता को आमजन तक पहुंचाने के लिए चलाए जा रहे इस विशेष अभियान के बारे में एसपी करनाल ने कहा कि इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य लोगों को साईबर अपराधी व धोखधड़ी करने वालो से बचाना व जागरूक करना है। उन्होंने कहा कि अपनी जमा पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए महीने में एक बार अपने गूग्गलपे, फेसबुक व्हाटसप व अन्य ऑनलाईन एप्प का पासवर्ड बदले।
साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त साईबर क्राईम हेल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल करें व साइबर अपराध ऑनलाइन वेब पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाये और अपनी पूंजी को बचाए।
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