१५ से धान खरीद शुरू करे प्रदेश सरकार : रतनमान
तीन महिने के बाद धान की फसल तैयार हो जाती है। लेकिन सरकार अक्तूबर के महिने से धान खरीद करती है। ऐसे में किसान इतने समय तक धान की फसल को कैसे संभालेगें। इसलिए सरकार १५ सित6बर से खरीद शुरू करे। रतनमान ने आढ़तियों से भी अनुरोध करते हुए कहा कि अगर आढ़तियों की कोई मांग सरकार की और लंबित हो तो अभी से अपनी आवाज उठा सकते है।
करनाल। भारतीय किसान यूनियन(भाकियू) के प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने किसानों की मासिक किसान पंचायत को संबोधित करते हुए प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि धान के चालू खरीद सीजन की आने वाली १५ सित6बर से खरीद शुरू करे और अनाज मंडियों में खरीद के सभी व्यापक प्रबंध समय रहते किए जाए। ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने में किसी प्रकार की समस्याएं न आए।
शुक्रवार को स्थानीय अर्जुन नगर स्थित दीन बंधू सर छोटू राम भवन में आयोजित की मासिक किसान पंचायत में जिलाभर से आए भाकियू पदाधिकारियों व किसानों ने कई मुद्दे उठाते हुए सरकार से तुरंत हल किए जाने की मांग की गई। मासिक किसान पंचायत की अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष नफे सिंह दादुपुर ने की। इस बीच उपस्थित किसानों ने जोरदार नारेबाजी करके अपनी आवाज को बुलंद्व किया।
किसान पंचायत को प्रदेश सरंक्षक प्रेमचंद शाहपुर, प्रदेश संगठन सचिव शाम सिंह मान, चेयरमैन यशपाल राणा, युवा नेता विजय मान सहित कई किसान नेताओं ने संबोधित किया। प्रदेश अध्यक्ष रतनमान ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों को १५ जून के बाद धान की फसल लगाने की इजाजत देती है। तीन महिने के बाद धान की फसल तैयार हो जाती है। लेकिन सरकार अक्तूबर के महिने से धान खरीद करती है।
ऐसे में किसान इतने समय तक धान की फसल को कैसे संभालेगें। इसलिए सरकार १५ सित6बर से खरीद शुरू करे। रतनमान ने आढ़तियों से भी अनुरोध करते हुए कहा कि अगर आढ़तियों की कोई मांग सरकार की और लंबित हो तो अभी से अपनी आवाज उठा सकते है। लेकिन खरीद सीजन के वक्त हड़ताल जैसा कोई कदम न उठाए। जिससे किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न उठानी पड़े। किसानों की मांगों को लेकर जल्द भाकियू का प्रतिनिधि मंडल करनाल उपायुक्त को मु2यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपेगा।
ये रही मांगे
१.गत वर्ष प्रदेश सरकार ने पराली में आगजनी न करने वाले किसानों को पराली के गठड बनाने की एवज में प्रति एकड १ हजार रूपए की राशी बतौर प्रोत्साहन के रूप में दिए जाने की घोषणा की गई थी। आज तक किसानों को यह राशी जारी नही की गई है। सरकार तुरंत राशी जारी करे।
२. मेरी फसल, मेरा 4योरा व क्षति पूर्ति पोर्टल खोला जाए। जबकि पोर्टल को गत १० अगस्त को बंद कर दिया गया है। पोर्टल हमेशा खुला रहना चाहिए।
३. केंद्र सरकार द्वारा चावल के निर्यात पर लगाए गए २० प्रतिशत टे1स को तुरंत वापिस लिया जाए। ताकि किसान के धान खरीद पर विपरित असर न पड़े।
४. जहां बाढ़ से फसले खराब हुई है, उन प्र5ाावित किसानों को खेतों से रेत को उठान के साथ साथ १५ हजार रूपए प्रति एकड का मुआवजा भी दिया जाए।
ये रहे मौजूद:- कार्यालय सचिव सुरेश लाठर, किसान नेता देवेंद्र सागवान, रणबीर कतलाहेडी, बीर सिंह जाणी, मराठा ओम प्रकाश, जोगिंद्र सागवान, प्रेम सिंह बल्ला, वेदपाल, सतबीर मढ़ाण, नरेंद्र मान, साहब सिंह, राजबीर नैन, बलविंद्र जाणी, रामेश्वर, राजपाल सहित काफी सं2या में किसान मौजूद थे।
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