कर्म करें, मेहनत करें और विपरीत हालात में संयम रखें : कल्याण
जिला स्तरीय गीता महोत्सव में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने मन मोहा
करनाल, 9 दिसंबर। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा है कि गीता का उपदेश कोई साधारण उपदेश नहीं है। गीता का सार कर्म प्रधानता है। मनुष्य को कड़ी मेहनत के साथ श्रेष्ठ कर्म करने चाहिये और विपरीत हालात में भी संयम रखना चाहिये। विधानसभा अध्यक्ष आज यहां डॉ. मंगलसेन ऑडिटोरियम में आयोजित जिला स्तरीय गीता महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस मौके पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की शुरूआत यज्ञ व श्रीमद्भागवत की आरती से की गई। मुख्य अतिथि ने भी यज्ञ में आहुति डाली। इसके बाद उन्होंने स्वयं सहायता समूहों और विभिन्न विभागों की ओर से लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन और उनका अवलोकन किया। श्री कल्याण ने इस मौके पर कहा कि आज न केवल करनाल बल्कि पूरे विश्व में गीता महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। यह देश और प्रदेश के लिये गौरव की बात है कि गीता महोत्सव पूरे विश्व में छाया हुआ है।
भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध में गीता का उपदेश दिया। गीता का ज्ञान-कर्म प्रधानता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के चित्र के साथ-साथ उनके चरित्र से खुद को जोडक़र आगे बढऩा चाहिये। उन्होंने कहा कि जीवन क्षेत्र में कठिनाइयां/परेशानियां बहुत आयेंगी लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी संयम रखते हुये मेहनत के साथ कर्म करने चाहिये, नतीजे की परवाह किये बिना। विद्यार्थियों से कहा कि वे लक्ष्य निर्धारित कर उसे पाने के लिये अथक प्रयास करें और जीवन में आगे बढ़ें।
इस मौके पर प्रदर्शनी में स्वयं सहायता समूहों के अलावा कृषि, हैफेड, जेल, आयुष, वन और बागवानी विभाग की ओर से 25 स्टाल्स लगाये गये। इन पर स्वयं सहायता समूहों की ओर से तैयार उत्पादों और सरकार की विभिन्न योजनायें प्रदर्शित की गईं। सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के कलाकारों के अलावा स्कूली बच्चों द्वारा
मनोहारी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। हरियाणवी कलाकार ईश्वर शर्मा एंड पार्टी द्वारा प्रस्तुत किए गए मयूर नृत्य, कृष्ण सुदामा नृत्य, श्री कृष्ण पर आधारित गीतों पर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाईं। भांगड़ा की प्रस्तुति काफी आकर्षक रही।
तन्नु शर्मा की टीम से जुड़े बच्चे पूरव द्वारा हरियाणा गीत पर प्रस्तुत नृत्य की शानदार प्रस्तुति से हाल तालियों से गूंज उठा। इसके अलावा विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक रंगोली बनाई गई। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिह्न व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया।
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