घरौंडा की नई अनाज मंडी में हर्षोउल्लास से मनाया गया 77वां स्वतंत्रता दिवस, विधायक हरविंद्र कल्याण ने किया ध्वजारोहण
परेड का किया निरीक्षण, शहीदों को दी श्रद्धांजलि, समारोह में शहीद सैनिकों के परिजनों और युद्घ वीरांगनाओं को सम्मानित करने के साथ-साथ सराहनीय कार्य करने वालों को किया सम्मानित
घरौंडा, करनाल 15 अगस्त : 77वां स्वतंत्रता दिवस घरौंडा की अनाज मंडी में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विधायक हरविन्द्र कल्याण ने बतौर मुख्यतिथि ध्वजारोहण किया तथा परेड का निरीक्षण किया और सभी ज्ञात व अज्ञात शहीदों को भावभीनी श्रद्घांजलि दी।
विधायक ने अपने संबोधन में कहा कि हर भारतवासी के लिए खुशी का दिन है। आज हर गली, हर मोहल्ले में तिरंगा है। हर घर-हर दफ्तर में तिरंगा है। हर वाहन, हर हाथ में तिरंगा है। पूरा देश तिरंगे के रंगों में रंगा है।पूरा देश देशभक्ति के रंग में रंगा है। इस दिन के लिए मां भारती के न जाने कितने ही सपूतों ने अपना सबकुछ बलिदान कर दिया। इसी दिन के लिए असंख्य देशभक्तों ने कष्ट झेले और यातनाएं सही। उन्होंने इस पावन अवसर पर, आजादी की बलिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी ज्ञात-अज्ञात शहीदों को नमन किया।
उन्हीं के अनुपम बलिदान के कारण आज हम आजादी की खुली हवा में सांस ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल से हम सब ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ मना रहे थे। इस महोत्सव के समापन पर के साथ ही माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान शुरू किया है। 9 अगस्त को ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ की वर्षगांठ पर शुरू किए गए, इस अभियान में देश के हर गांव व हर शहर की मिट्टी इक_ी की जा रही है। आजादी के आंदोलन की पहली चिंगारी 10 मई, 1857 को हरियाणा के अम्बाला से फूटी थी। उस चिंगारी ने आगे चलकर ऐसा जन-आन्दोलन खड़ा किया, जिसके बलबूते हम सन 1947 में अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने में कामयाब रहे। इस आंदोलन के बलिदानियों की देशभक्ति से हमारी युवा पीढियां प्रेरणा हासिल करें, इसके लिए हम अम्बाला छावनी में शहीदी स्मारक बना रहे हैं। आजादी के बाद भी 1962, 1965 व 1971 के विदेशी आक्रमण से लेकर कारगिल युद्ध तक हरियाणा के वीर जवानों ने वीरता की मिसाल पेश करते हुए देश की आजादी में निरंतर योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि युद्ध के दौरान शहीद हुए सेना व अर्ध-सैनिक बलों के जवानों की अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। आई.ई.डी. ब्लास्ट के दौरान शहीद होने पर भी अनुग्रह राशि बढ़ाकर 50 लाख रुपए की गई है। अब तक शहीदों के 367 आश्रितों को अनुकम्पा के आधार पर नौकरी प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि सरकारी योजना के पारदर्शी तरीके से लागू किए जाने से घर बैठे गरीब की बेटी की शादी का शगुन, बुजुर्ग, विधवा व दिव्यांगों की पेंशन, बी.पी.एल. कार्ड, चिरायु कार्ड का लाभ कम्प्यूटर की एक क्लिक से सीधे पात्र के खाते में जाता है। सरकार इस साल को ‘अन्त्योदय आरोग्य वर्ष’ के रूप में मना रही हैं। गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए तकरीबन 85 लाख आयुष्मान भारत-चिरायु कार्ड घर बैठे ही बनाए गए हैं। निरोगी हरियाणा योजना में लगभग 25 लाख गरीबों के स्वास्थ्य की जांच की है। ‘हर घर नल से जल’ कार्यक्रम में 13 लाख घरों में स्वच्छ पेयजल पहुंचाया है।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक टीमें, परेड की टुकडियां, अधिकारी व कर्मचारियों, सामाजिक संगठनों तथा स्कूली बच्चों को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर एसडीएम अदिति, तहसीलदार रमेश अरोडा, बीडीओ अशोक छिकारा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि तथा राजनैतिक दलों के नेता भी उपस्थित रहें।
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