युवा स्किल सीखने पर जोर दें, स्किलिंग से न केवल स्वयं रोजगार प्राप्त कर सकते हैं बल्कि रोजगार देने वाले उद्यमी बन सकते हैं : मनोहर लाल

करनाल के मंगलसेन सभागार में आयोजित 75वें राज्य स्तरीय रोजगार मेले में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल

Aug 30, 2025 - 19:43
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युवा स्किल सीखने पर जोर दें, स्किलिंग से न केवल स्वयं रोजगार प्राप्त कर सकते हैं बल्कि रोजगार देने वाले उद्यमी बन सकते हैं : मनोहर लाल
युवा स्किल सीखने पर जोर दें, स्किलिंग से न केवल स्वयं रोजगार प्राप्त कर सकते हैं बल्कि रोजगार देने वाले उद्यमी बन सकते हैं : मनोहर लाल

करनाल, 30 अगस्त। केंद्रीय आवासन, ऊर्जा एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि युवा स्किल सीखने पर जोर दें। स्किलिंग के माध्यम से आज न केवल रोजगार प्राप्त कर सकते हैं बल्कि स्वयं भी रोजगार देने वाले उद्यमी बन सकते हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया है कि अपनी प्रतिभा को सही दिशा में लगाएं। जिसे उद्यम करने की आदत पड़ गई वह जीवन में नई ऊंचाइयों को छू सकता है।

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल शनिवार को डॉ. मंगलसेन सभागार में 75 वें राज्य स्तरीय रोजगार मेले में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। मेले का आयोजन हरियाणा सरकार और देश भगत यूनिवर्सिटी (पंजाब) के सहयोग से किया गया। उन्होंने आठ युवाओं को सांकेतिक तौर पर नौकरी के ऑफर लेटर भी वितरित किए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे चाहते हैं कि आम आदमी खुशहाल बने और युवाओं को रोजगार मिले।

इस दिशा में रोजगार मेलों की अहम भूमिका है। उन्होंने आयोजकों से कहा कि भविष्य में भी ऐसे मेले आयोजित किए जाएं। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि दोपहर तक चार हजार युवा रोजगार मेले में रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। आज विभिन्न कंपनियों द्वारा 2 हजार युवाओं को जॉब लेटर दिए जाने का लक्ष्य है। मेले में करीब 50 कंपनियां पहुंची हैं। उन्होंने कहा कि हर साल 4 लाख बच्चे रोजगार के लिए पंक्ति में लग जाते हैं।

इनमें से दो लाख पैतृक व्यवसाय में चले जाते हैं। सरकारी नौकरियां मेरिट पर दी जा रही हैं। पर्ची-खर्ची व्यवस्था को बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि युवाओं को उद्यम करने की आदत डालनी होगी। आज मिले ऑफर लेटर को वे फाइनल न समझें, यह आगे बढऩे का एक अवसर मिला है।

वे अपनी शक्ति को बेहतर इस्तेमाल करके नई विद्या को सीख कर जीवन में आगे बढ़ सकते हैं। युवा प्रतिभा का इस्तेमाल खुद के विकास के साथ-साथ समाज व देश निर्माण के लिए भी करें। उन्होंने कहा कि कोई काम छोटा या बड़ा नहीं है। रोजगार मिलने के बाद नियोक्ता के साथ भी संबंधों को मधुर रखते हुए एक-दूसरे को सम्मान दें।

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हरियाणा सरकार ने विदेशों में भी दिलवाया रोजगार

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि युवा डंकी के रास्ते से विदेश जा रहे थे, जो गलत है। हरियाणा सरकार सही तरीके से युवाओं को रोजगार के लिए विदेश भेजने के प्रति उचित कदम उठा रही है। अब तक 200 युवाओं को इजरायल भेजा जा चुका है। एक हजार की और मांग आई है। सरकार ने स्वरोजगार के लिए भी कई योजनाएं लागू की हैं।

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत छोटे-मोटे काम-धंधों के लिए दस लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। युवा अपने स्किल को बढ़ाने के लिए कार्य करें। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने इस मौके पर सांकेतिक तौर पर अक्षत, सचिन, अंकित, रोहित, शिवानी, रमनदीप, विशु और अधिकांश को नौकरी के ऑफर लेटर वितरित किए।

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नौकरी देने वाला बनो : जगमोहन आनंद

करनाल के विधायक जगमोहन आनंद ने इस अवसर पर युवाओं से कहा कि वे अपनी शिक्षा व कौशल के बल पर नौकरी की मांग करने की बजाय देने वाले बनें। उन्होंने कहा कि अंत्योदय की भावना से बिना पर्ची-बिना खर्ची नौकरी देने की व्यवस्था से युवाओं का पढ़ाई के प्रति रूझान बढ़ा है।

विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का एक कारण यह भी था। चुनाव के दौरान जहां-जहां हमने सभाएं कि लोग कोने से खड़े होकर कहते थे कि बिना पर्ची और बिना खर्ची के नौकरियां लगी है। समाज में बिना भेदभाव के नौकरियां दी गई। उन्होंने युवाओं को काम के प्रति निष्ठा दिखाने का आह्वान किया।

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हरियाणा में पहला मेला

देश भगत यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. जोरा सिंह ने बताया कि राज्य सरकार के सहयोग से हरियाणा में यह पहला मेला आयोजित किया गया है। इससे पहले पंजाब, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में 74 मेले आयोजित किए जा चुके हैं। यूनिवर्सिटी की कोशिश है कि युवा जॉब सीकर की बजाय जॉब क्रिएटर बनें।

उन्होंने बताया कि आज के मेले में चार जिलों से युवा आए हैं। भविष्य में हरियाणा के और भी जिलों में जॉब मेले आयोजित किए जाएंगे। इस मौके पर समाजसेवी राजविंद्र बोपाराय ने भी प्रेरणादायी अनुभव रखे। युवाओं को अपने नजरिये में बदलाव करने को कहा। उन्होंने कहा कि उत्तर हरियाणा के युवाओं को अकड़ के भाव को त्याग कर विनम्रता से पेश आना होगा। उन्होंने इस मौके पर बाबा बंदा बहादुर लौहगढ़ (यमुनानगर) ट्रस्ट के लिए 5 लाख रुपये का चैक भी सौंपा। 

मुख्यमंत्री के ओएसडी डॉ. प्रभलीन ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर में भले ही शुरुआती दौर में वेतन कम हो, लेकिन थोड़ी से मेहनत और पूर्ण निष्ठा से कार्य करने पर कुछ समय बाद ही वेतन बेहतर हो जाता है। उन्होंने इस मेले में पहुंचे युवाओं को भविष्य के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस मेले से अनेकों युवाओं को नौकरियां मिलेंगी और उनके घरों में खुशी मनाई जाएगी। इस प्रयास के लिए उन्होंने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का भी धन्यवाद किया।

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