G-20 समिट में भारत आने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस बात को लेकर हुए निराश

जो बाइडेन ने यह नहीं कहा कि वह शी जिनपिंग से कहां मुलाकात करेंगे। हालांकि शी जिनपिंग दिल्ली नहीं भी आते हैं तो नवंबर में दोनों नेताओं की मुलाकात होगी। नवंबर में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में APEC कॉन्फ्रेंस हैं, जिसमें शी जिनपिंग भी आएंगे।

Sep 4, 2023 - 22:23
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G-20 समिट में भारत आने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इस बात को लेकर हुए निराश
नई दिल्ली : G-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए भारत आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह इस दौरे को लेकर उत्साहित हैं। यही नहीं उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के समिट में न आने की खबरों को लेकर भी चिंता जताई। जो बाइडेन ने कहा, ‘इसे लेकर मैं निराश हूं। लेकिन इस उम्मीद के साथ जा रहा हूं कि वह वहां मिलेंगे।’ रविवार को शी जिनपिंग के आने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में बाइडेन ने यह बात कही। अब तक चीन सरकार की ओर से शी जिनपिंग के आने या न आने को लेकर कुछ कहा नहीं गया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा गया है कि वह भारत दौरे पर नहीं आएंगे।
जो बाइडेन ने यह नहीं कहा कि वह शी जिनपिंग से कहां मुलाकात करेंगे। हालांकि शी जिनपिंग दिल्ली नहीं भी आते हैं तो नवंबर में दोनों नेताओं की मुलाकात होगी। नवंबर में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में APEC कॉन्फ्रेंस हैं, जिसमें शी जिनपिंग भी आएंगे। पूरे मामले की जानकारी रखने वाले चीनी सूत्रों का कहना है कि शी जिनपिंग भारत नहीं आना चाहते। दरअसल भारत और चीन के बीच बीते कई सालों से रिश्ते खराब चल रहे हैं। गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद भी लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक में दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है।
यही नहीं पिछले दिनों चीन ने अपना एक नक्शा जारी किया था, जिसके बाद रिश्ते और कमजोर हो गए हैं। भारत की ओर से चीन की हरकत पर सख्त ऐतराज जताया गया है। वहीं चीन का कहना है कि यह नक्शा उसकी संप्रभुता और अखंडता के मुताबिक ही है। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। साफ है कि चीन अपने अड़ियल रवैये से बाज नहीं आ रहा है। भारत के अलावा फिलीपींस, मलयेशिया जैसे देशों ने भी चीन के नक्शे पर ऐतराज जताया है, जिसमें साउथ चाइना सी को अपना हिस्सा बताया गया है।
खबर है कि चीन के राष्ट्रपति की बजाय पीएम ली ककियांग भारत का दौरा कर सकते हैं। बाइडेन और शी जिनपिंग की पिछले साल नवंबर में इंडोनेशिया के बाली में जी-20 समिट के दौरान ही मुलाकात हुई थी। हालांकि इसके बाद ची के जासूसी गुब्बारे अमेरिकी आसमान में देखे जाने के बाद दोनों के बीच रिश्ते फिर बिगड़ गए थे। दोनों के बीच ताइवान को लेकर भी तनाव रहा है। अमेरिकी सांसदों ने ताइवान के दौरे किए हैं, जिस पर चीन खफा है।

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