आनंद ग्राम आश्रम साम्भली ओशो जन्मोत्सव महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा : स्वामी विमल कीर्ति
जिला के गांव साम्भली के समीप सोदापुर में स्थित आनंद ग्राम आश्रम 11 दिसंबर 2024 को ओशो जन्मोत्सव महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस विशेष कार्यक्रम में देश-विदेश से हजारों साधकों का आगमन होगा। यह जानकारी आश्रम के संचालक स्वामी विमल कीर्ति ने आज एक प्रेसवार्ता में पत्रकारों को दी।
करनाल, 8 दिंसबर। जिला के गांव साम्भली के समीप सोदापुर में स्थित आनंद ग्राम आश्रम 11 दिसंबर 2024 को ओशो जन्मोत्सव महोत्सव का भव्य आयोजन किया जा रहा है। इस विशेष कार्यक्रम में देश-विदेश से हजारों साधकों का आगमन होगा। यह जानकारी आश्रम के संचालक स्वामी विमल कीर्ति ने आज एक प्रेसवार्ता में पत्रकारों को दी।
उन्होंने बताया कि आनंद ग्राम एक अद्वितीय हॉलिस्टिक सेंटर है, जहां प्रकृति और आध्यात्म का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। यहां जैविक खेती की पद्धतियों के माध्यम से प्राकृतिक रूप से फल, सब्जियां, मसाले, और औषधीय पौधों का उत्पादन किया जाता है। यह केंद्र आत्मनिर्भरता का एक आदर्श उदाहरण है।
उन्होंने ये भी बताया कि इसके आनंद ग्राम में एक आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र की स्थापना की जा रही है, जहां शरीर को शुद्ध करने और स्वस्थ रखने के लिए प्राचीन भारतीय पद्धतियों का उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा, यहां ध्यान, योग, और अन्य आध्यात्मिक पद्धतियां उपलब्ध हैं, जो व्यक्ति के मन और भावनाओं को शुद्ध करती हैं। इन प्रक्रियाओं के माध्यम से व्यक्ति भीतर से हल्का, स्वतंत्र और संतुलित महसूस करता है।
उन्होंने महोत्सव के उद्देश्य की जानकारी देते हुए बताया कि इस जन्मोत्सव महोत्सव का मुख्य उद्देश्य यह है कि व्यक्ति स्वयं से जुड़े, अपने भीतर झांके और खुद को जानने के मार्ग पर अग्रसर हो। आज की व्यस्त जीवनशैली में स्ट्रेस, एंजायटी और डिप्रेशन जैसी समस्याओं ने लोगों के जीवन को जकड़ लिया है। इस महोत्सव के माध्यम से इन समस्याओं से मुक्ति पाने और एक अकारण सुख से भरे जीवन की ओर बढऩे का मार्ग दिखाया जाएगा।
मानव जीवन केवल भौतिक उपलब्धियों तक सीमित नहीं है। इसका वास्तविक उद्देश्य स्वयं को जानना, अपने अस्तित्व का अनुभव करना और आत्मा के प्रति जागरूक होना है। यह महोत्सव इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।
स्वामी जी इस समारोह के विशेष आकर्षणों की जानकारी में बताया कि इस मौके पर.खासतौर पर ओशो प्रवचन, ध्यान सत्र, साधकों की समस्याओं का समाधान, स्ट्रेस, एंजायटी और डिप्रेशन से मुक्ति के मार्ग सहित प्राकृतिक वातावरण में आत्मिक अनुभव का अवसर और भजन व कीर्तन किया जाएगा।
यह आयोजन न केवल एक महोत्सव है, बल्कि अपने भीतर झांकने, आत्मा से जुडऩे और स्थायी सुख का अनुभव करने का एक दुर्लभ अवसर है। इस मौके पर शोभा लाठर, ऑट्रेलिया से आई लीरा, स्वामी जीतेश, माँ खुशी, माँ संतोष, सहारनपुर से आए स्वामी सुरेश, गुजरात से आए स्वामी किशोर, जालंधर से आए स्वामी यश व अन्य साधक उपस्थित थे।
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