जकार्ता : जकार्ता में चल रहे आसियान के 43वें शिखर सम्मेलन को आज पीएम मोदी ने संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल हमने भारत-आसियान मित्रता दिवस मनाया और इसे व्यापक रणनीतिक साझेदारी का रूप दिया और आज हमारी साझेदारी चौथे दशक में प्रवेश कर रही है। इस दौरान PM ने अपने 5 मिनट के संबोधन में कहा कि 21वीं सदी एशिया की सदी है; वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर हमारा मंत्र है।
PM ने आगे कहा कि भारत के इंडो पैसेफिक इनिशिएटिव में भी आसियान का प्रमुख स्थान है। आसियान भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी का केंद्रीय स्तंभ है। आज वैश्विक अनिश्चिततओं के माहौल में, हमारे आपसी सहयोग में वृद्धि हो रही है। हमारी साझेदारी चौथे दशक में प्रवेश कर रही है। इस समिट के शानदार आयोजन के लिए मैं राष्ट्रपति विडोडो का अभिनंदन करता हूं। आसियान समिट की अध्यक्षता के लिए उन्हें बहुत-बहुत बधाई।
इससे पहले जकार्ता पहुंचने पर PM का पारंपरिक अंदाज में स्वागत हुआ था। PM मोदी के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर भी आसियान समिट में शामिल हुए।
पीएम बोले इस सम्मेलन से भारत और आसियान कर रहा प्रगति
पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमारा इतिहास और भूगोल भारत और आसियान को एकजुट करता है। हमारे साझा मूल्य, क्षेत्रीय एकीकरण और शांति हमारे साझा विकास हो गति देता है। पीएम ने कहा कि आसियान इसलिए भी मायने रखता है, क्योंकि यहां हर किसी की आवाज सुनी जाती है और आसियान विकास का केंद्र है, क्योंकि आसियान वैश्विक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।