रोइंग में आगे बढऩे के हैं काफी अवसर : परमिंद्र

चीन के हांगझोऊ में पिछले दिनों आयोजित एशियाई खेलों की रोइंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाले यमुनानगर के परमिंद्र कुमार का कहना है कि रोइंग खेल की तरफ अभी हरियाणा के युवाओं का रुझान कम है जबकि इसमें आगे बढऩे के अवसर बहुत हैं और भविष्य उ"वल है। 

Oct 20, 2023 - 18:33
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रोइंग में आगे बढऩे के हैं काफी अवसर : परमिंद्र

विकास सुखीजा

करनाल, 20 अक्तूबर। चीन के हांगझोऊ में पिछले दिनों आयोजित एशियाई खेलों की रोइंग प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने वाले यमुनानगर के परमिंद्र कुमार का कहना है कि रोइंग खेल की तरफ अभी हरियाणा के युवाओं का रुझान कम है जबकि इसमें आगे बढऩे के अवसर बहुत हैं और भविष्य उ"वल है। आज यहां मुख्यमंत्री के हाथों 75 लाख की पुरस्कार राशि और नौकरी की पेशकश से प्रफुल्लित परमिंद्र कुमार का कहना है अब उनकी लक्ष्य ओलंपिक में पदक हासिल करना रहेगा। उन्होंने बताया कि रोइंग के लिये प्रेरणा उन्हें अपने पिता से मिली।

एक तरह से इस खेल में उनके पिता ही उनके कोच रहे हैं। उनके पिता ने भी 2002 के एशियाई खेलों में कांस्य पदक हासिक किया था। आज मुख्यमंत्री के हाथों सम्मान प्राप्त कर वे, परिजन, समर्थक, खेल प्रेमी सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। परमिंद्र के अनुसार आज युवाओं में जोश भी है और प्रतिभा भी, कड़ी मेहनत का ज’बा भी। बस उन्हें सही मार्गदर्शन मिलना चाहिये। हरियाणा की खेल नीति की सराहना करते हुये कहा कि इससे युवाओं को आगे बढऩे का मौका मिल रहा है।

आज मिली नकद राशि खिलाडिय़ों को उ‘च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करने में मददगार साबित होगी। उनमें नये उत्साह का सृजन हुआ है। एक प्रश्र पर बताया कि 2018 में जब रोइंग में अन्य खिलाडिय़ों ने पदक हासिल किये तभी से उनका रूझान इस खेल के प्रति बढ़ गया और। पांच साल पहले उन्होंने रोइंग में प्रशिक्षण पाने की शुरूआत की। चूंकि उनके पिता सेना में थे इसलिये उन्होंने पूना में ही प्रैक्टिस आरंभ की। परमिंद्र इस समय नौसेना में पेट्टïी आफिसर के रूप में कार्यरत हैं।

उनके पतिा सूबेदार के पद से रिटायर हो चुके हैं। उनकी बहन भी रोइंग की खिलाड़ी हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा की खेल नीति से निश्चित रूप से युवा वर्ग को खेलों में आगे बढऩे का अवसर मिलेगा।  

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