चंडीगढ़ । आम आदमी पार्टी के प्रदेश कैम्पेन कमेटी के चेयरमैन डॉ. अशोक तंवर और पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने मंगलवार को चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में प्रेसवार्ता की। उन्होंने सीईटी और बिजली बिल के मुद्दों पर खट्टर सरकार को घेरा। डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि पहले तो सीईटी का मामला अदालतों के पचड़ों में फसा रहा। अब जब परीक्षा हुई तो सरकार तरीके से पेपर लीक किया गया। प्रदेश के युवाओं का परिवार इंतजार में था कि उनके बच्चे नौकरियां लगेंगे, लेकिन बार बार पात्रता के मापदंड बदले गए। उसके बाद परीक्षा हुई तो परीक्षा में 41 प्रश्नों का दोहराव करके युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का बिजली आंदोलन पूरे प्रदेश के गांव-गांव में चल रहा है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब में सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में जनता को 24 घंटे और मुफ्त बिजली मिल रही है।
उन्होंने कहा कि अदालती पचड़ों में फंसी तृतीय श्रेणी के 32 हजार पदों की भर्ती परीक्षा पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की सिंगल बैंच द्वारा रोक लगाने के फैसले को डबल बैंच द्वारा पलटने के बाद सोमवार को ग्रुप-56 के पदों के लिए सीईटी की मुख्य परीक्षा हुई, लेकिन इसमें भी रविवार को आयोजित ग्रुप-57 की परीक्षा के 41 सवाल दोहराए गए। समूह-57 परीक्षा में दोहराए गए प्रश्नों में आईएमआरबी की फुल फॉर्म, किस वर्ष नेफेड की स्थापना हुई, जमीन की सतह के नीचे जमा पानी को क्या कहा जाता है, पानी के साथ अवांछित पदार्थ के मिश्रण को क्या कहा जाता है, लाल रंग के पीछे का कारण मिट्टी का लाल रंग विकसित होना जैसे सवाल शामिल हैं। इतना ही नहीं, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने एक ही पेपर में दो प्रश्न भी दोहराए दिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा में लगभग 50 त्रुटियां पाई गई हैं। यदि एक साल में भी खट्टर सरकार ये परीक्षा पूरी नहीं करवा पाई है तो एचएसएससी आयोग को भंग कर चेयरमैन को बर्खास्त किया जाए और इसकी जांच की जाए।
उन्होंने कहा कि इससे पहले एचपीएससी की एचसीएस प्री परीक्षा में 38 प्रश्न रिपीट हुए थे। खट्टर सरकार के दोनों कार्यकालों में अब तक 25 से ज्यादा भर्ती परीक्षाएं लीक हो चुकी हैं। हर साल परीक्षाओं की गोपनीयता पर 20 करोड़ का खर्च किया जाता है। ऐसे हरियाणा चयन कर्मचारी आयोग को भंग कर देना चाहिए ताकि युवाओं को भविष्य बचाया जा सके।
पंजाब के परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि पंजाब में सीएम भगवंत मान के नेतृत्व में पिछले दिनों 12,710 शिक्षकों को पक्का किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक 2002 से लेकर अब तक कच्चे तौर पर काम कर रहे थे और उनको 3500 रुपए तनख्वा दी जा रही थी। पिछले 20 सालों में अकाली दल, कांग्रेस और भाजपा की सरकार रही। उन्होंने ना शिक्षकों की तनख्वाह बढ़ाई और ना उनको पक्का किया, बल्कि उनका शोषण करने का काम किया। सीएम भगवंत मान की सरकार ने सभी कानूनी पहलुओं और हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के बयानों के मद्देनजर और वकीलों की सलाह से नई पॉलिसी बनाई और उस पॉलिसी के तहत 12,710 शिक्षकों को पक्का किया। यदि नियत और नीति अच्छी हो तो सब कुछ किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि पंजाब में जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है तब से 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जा रही है। 90 प्रतिशत घरों का बिजली बिल जीरो आ रहा है और 2500 से 3000 रुपये तक की बचत हर महीने हो रही है। पिछली सरकारों में लोगों के दो-दो लाख तक के बिजली बिल जुड़े होते थे और उनके कनेक्शन काट कर उनको अंधेरे में रखा जाता था। पंजाब में कुछ घर ऐसे थे जहां 40 साल से एक बल्ब तक नहीं जला था। आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर उनके घरों में मीटर भी लगे और जीरो बिजली बिल आ रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी की सरकार आने पर बिजली पंजाब की तर्ज पर मुफ्त और 24 घंटे दी जाएगी।