भारत के खिलाफ विदेशों से चलाई जा रही आंतकी गतिविधियों में शामिल लोगों को सजा मिले, लेकिन निर्दोष खिलाफ कार्यवाही ना हो : जत्थेदार दादूवाल
बलजीत सिंह दादूवाल बोले, गुरमत विद्यालय खोलेंगे, श्री हरमिंदर साहेब के पास सराय बनाएगें खालिस्तानी आतंकी गुरवंत पन्नू द्वारा केजरीवाल को फंडिंग करने के मामले की जांच हो
करनाल, 6 अप्रैल। हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की धर्म प्रचार कमेटी के चेयरमैन तथा इंटरनैशनल गुरमत तथा गुरु सिखी के धर्म प्रचारक जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने कहा है कि भारत के खिलाफ विदेशों से चलाई जा रही आंतकी गतिविधियों में शामिल लोगों को सजा मिले, लेकिन निर्दोष खिलाफ कार्यवाही ना हो। उनका साफ तौर पर कहना था कि किसी के साथ धक्केशाही नहीं होनी चाहिए। दोषी को बचना नहीं चाहिए।
दादूवाल कांग्रेसी नेता गगन मैहता के निवास स्थान पर आयोजित एक प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने खालिस्तानी आतंकवादी गुरवंत सिंह पन्नू द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को फंडिंग करने के मामले में जवाब कुछ इस प्रकार से दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के पास जांच एंजेंसी हैं जांच करवाए। खालिस्तान के नाम पर सरकार निर्दोष युवकों का दमन ना करें। लोकसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक समर्थन के सवाल पर उन्होंने कहा कि एचएसजीपीसी राजनीतिक संस्था नहीं है, इसका मकसद धर्म का प्रचार हैं।
उन्होंने कहा कि इस समय गुरमत को पढ़ाने वालों तथा ग्रंथियों, रागी ढाडी तथा विद्वानों की कमी महसूस की जा रही है। एचएसजीपीसी जल्द ही गुरमत विद्यालय खोलेगी। उन्लेखनीय है कि जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल स्थानीय माडल टाउन स्थित सिंह६ सभा गुरुद्वारे में हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी के पूर्व उप चेयरमैन गुरविंदर सिंह धमीजा की माता की याद में शोक समागम में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। उनके साथ एचएसजीपीसी के मीत प्रधान गुलाब सिंह डेरा कारसेवा के जत्थेदार इंद्रपाल सिंह तथा अन्य पदाधिकारी थे।
इधर जैसे ही वे कांग्रेसी नेता गगन मैहता के निवास पर पहुंचने पर गगन मैहता ने सभी को सिरोपा भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर एक सवाल के जवाब में जत्थेदार दादूवाल ने बताया कि एचएसजीपीसी और एसजीपीसी के बीच कोई विवाद नहीं हैं। उन्होंने कहा कि एचएसजीपीसी जल्द ही हरमिंदर साहेंब में संगत के लिए सराय बनाएगी। जिस से हरियाणा की की संगत को लाभ मिले। उन्होंने कहा कि वह एक धर्म प्रचारक हैं। वह देश बिदेश में गुरुसिखी का प्रचार करते हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि गुरु की शिक्षा का प्रचार प्रसार हो, इसके अलावा एचएसजीपीसी किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं करती हैं।
उन्होंने पाकिस्तान सहित अलग-अलग देशों में खालिस्तानी आतंकवादियों पर कार्रवाई को लेकर कहा कि भारत की जांच एजेंसी काम करें। उन्होंने कहा कि सरकारों को नौजवानों को नशे से बचाने के लिए काम करें। नशे के सौदागरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करे। उन्होंने कहा कि वह समाज को जोडने की बात करते हैं। उन्होंने एचएसजीपीसी में आपसी विवाद पर किसी भी विवाद की संभावना से इंकार किया।
उन्होंने कहा कि कमेटी की नई कार्यकारिणी का चुनाव कानून के अनुसार हुआ। विवाद केवल महासचिव पद को लेकर रमणीक सिंह मान ने पैदा किया। क्यों कि रमणीक सिंह मान को वोट नहीं मिले और वे अपनी हार को स्वीकार नही कर पाए थे। उन्होंने कहा कि गोलक का पैसा कानून की लड़ाई पर नहीं होना चाहिए। गोलक का पैसा केवल धर्म पचार पर हो। उन्होंने कहा कि विवाद आपस में मिल बैठ कर निपटाएं। इस मौके पर उनके साथ सिख संगत के कई नेता भी मौजूद थे।
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