अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा कल, सुबह 10 बजे से गूंजेगी मंगलध्वनि : जानें पूरा कार्यक्रम

देशभर में अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह का माहौल है। लंबे समय के इंतजार के बाद कल यानी 22 जनवरी 2024 को बेहद शुभ संयोग में राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू होगा। इससे पहले 16 जनवरी से मंदिर में अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं।

Jan 21, 2024 - 22:29
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अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा कल, सुबह 10 बजे से गूंजेगी मंगलध्वनि : जानें पूरा कार्यक्रम
नई दिल्ली : देशभर में अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर उत्साह का माहौल है। लंबे समय के इंतजार के बाद कल यानी 22 जनवरी 2024 को बेहद शुभ संयोग में राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू होगा। इससे पहले 16 जनवरी से मंदिर में अनुष्ठान शुरू हो चुके हैं।

अयोध्या की पावन भूमि पर भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए सोमवार को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक यानी सिर्फ 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त है, जिसमें भगवान राम के नेत्र सोने की सिलासा से खोले जाएंगे। पंचांग के अनुसार, 22 जनवरी 2024 को सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग और मृगशिरा नक्षत्र का दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है, जो अत्यंत शुभ माना जा रहा है।

10:30 बजे तक सभी गेस्ट को करनी होगी एंट्री
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों को 10:30 बजे तक रामजन्मभूमि परिसर में एंट्री करनी होगी। श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से बताया गया है कि उसके द्वारा जारी निमंत्रण पत्र से ही प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा ले पाएंगे। केवल निमंत्रण पत्र से गेस्ट प्रवेश नहीं कर पाएंगे। निमंत्रण कार्ड पर बने क्यूआर कोड के मिलान के बाद ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी।

प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम दोपहर 12:20 बजे से शुरू
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की विधि सोमवार दोपहर 12:20 बजे से शुरू होगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की मुख्य पूजा अभिजीत मुहूर्त में होगी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समय काशी के विद्वान गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ द्वारा निर्धारित की गई है। प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम पौष माह के द्वादशी तिथि (22 जनवरी 2024) को अभिजीत मुहूर्त, मेष लग्न, इंद्र योग, वृश्चिक नवांश एवं मृगशिरा नक्षत्र में हो रहा है।

प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त 84 सेकंड का
शुभ मुहूर्त 12 बजकर 29 मिनट एवं 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट एवं 32 सेकंड तक का रहेगा। प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त मात्र 84 सेकंड का होगा। यह प्राण प्रतिष्ठान अनुष्ठान काशी के प्रख्यात वैदिक आचार्य गणेश्वर द्रविड़ एवं आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के निर्देशन में 121 वैदिक आचार्य द्वारा कराए जाएंगे। इस दौरान 150 से अधिक परंपराओं के संत-धर्माचार्य एवं 50 से अधिक गिरिवासी, तटवासी, द्वीपवासी, आदिवासी, जनजातीय भी उपस्थित रहेंगे।

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