नई दिल्ली : भारत के पहलवानों को यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने बड़ा झटका है। यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने बड़ा फैसला लेते हुए भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता को रद्द कर दिया है। बताया जा रहा है कि भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता 45 दिन में चुनाव नहीं करवाने चलते रद्द की गई है। बता दें कि पिछले कुछ महीने पहले कुछ महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ अध्यक्ष ब्रज भूषण शरण सिंह पर यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप लगाए थे।
जिसके बाद ब्रजभूषण शरण सिंह को पद से इस्तीफा देना पड़ा था। 15 जुलाई तक कुश्ती संघ के चुनाव नहीं कराए जाने के बाद अब सदस्यता रद्द कर दी गई है। इस फैसले के बाद भारतीय पहलवान अब 16 से 22 सितंबर के बीच सर्बिया में होने वाली पुरुषों की वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारतीय झंडे के तले नहीं खेल पाएंगे। भारतीय पहलवानों को इस ओलिंपिक-क्वालिफाइंग चैंपियनशिप में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के बैनर तले ही खेलना होगा।
बता दें, भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव पहले 11 जुलाई को चुनाव होने थे, लेकिन तब असम रेसलिंग एसोसिएशन अपनी मान्यता को लेकर असम हाईकोर्ट से चुनाव पर स्टे ले आया था। वहीं एडहॉक कमेटी ने असम रेसलिंग एसोसिएशन को मान्यता दे दी थी। इस मामले के बाद चुनाव अधिकारी एम एम कुमार ने दूसरी बार 12 अगस्त को भारतीय कुश्ती महासंघ के लिए चुनाव की तारीख तय की थी, लेकिन चुनाव से पहले 11 अगस्त को दीपेन्द्र हुड्डा ने समर्थन वाली हरियाणा कुश्ती एसोसिएशन ने हरियाणा हाईकोर्ट चुनाव पर स्टे ले लिया। भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव कई बार स्थगित हो चुके हैं। कई राज्यों के कुश्ती संघ चुनाव की मौजूदा प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं हैं और उनकी याचिका पर कई बार कुश्ती संघ के चुनाव पर रोक लग चुकी है। इसी वजह से विश्व कुश्ती संघ ने भारतीय कुश्ती संघ की सदस्यता रद्द कर दी है।