करनाल की आर्वधन नहर में चार दोस्त डूबे, तीन की मौत, एक बचा, पूरे गांव में पसरा मातम
इधर जैसे ही ऐचला गांव में ये खबर पहुंची तो पूरे गांव में मातम पसर गया। बताया जा रहा है कि चारों युवक आपस में रितेदार थे। मिली जानकारी के अनुसार बीती देर रात को गांव ऐचला निवासी साहिल, रितेश, दिपांशु व हितेश अपने गांव से गांव स्टोंडी के गुगामाडी में आयोजित मेला देखने के लिए आए हुए थे।
करनाल, 14 सितम्बर। बीती देर रात को जिले के गांव ऐचला के चार नौजवान युवक गांव बुढनपुर के समीप से जा रही आर्वधन में गिर गए, इन में एक युवक किसी तरह स्वयं को बचा पाया, जिस के बाद उसने अपने तीनों दोस्तों को बचाने का भी प्रयास किया, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण वह उन्हें नही बचा पाया। जानकारी के मुताबिक चारों युवक गांव ऐचला के रहने वाले है और देर रात को गांव स्टोंडी में गुगामाड़ी में आयोजित मेला देखने के लिए गए थे और जब वापीस आ रहे थे तो अचानक उनकी मोटर साइकिल का बैलंस बिगड़ गया और चारों युवक पास से गुजर रही आर्वधन नहर में जा गिरे।
इधर इस दर्दनाक हादसें की जानकारी मिलते ही आस पास के इलाकों में कौहराम मच गया और भारी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। कुछ ही देर बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, जिस के बाद गोताखोरों को बुलाया। लगभग दो घण्टे तक की कढ़ी मेहनत के बाद गोताखौर तीनों युवकों के शव को नहर से बाहर निकालने में कामयाब हुए। जिस के बाद पुलिस ने तीनों को देर रात को पोस्टमार्टम के लिए कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में भेज दिया। इधर जैसे ही ऐचला गांव में ये खबर पहुंची तो पूरे गांव में मातम पसर गया। बताया जा रहा है कि चारों युवक आपस में रितेदार थे।
मिली जानकारी के अनुसार बीती देर रात को गांव ऐचला निवासी साहिल, रितेश, दिपांशु व हितेश अपने गांव से गांव स्टोंडी के गुगामाडी में आयोजित मेला देखने के लिए आए हुए थे। बताया जा रहा कि मेल देखने के बाद ये चारों युवक एक मोटर साइकिल पर सवार होकर बुढऩपुर के रास्ते से आर्वधन नहर की पट्टरी से होते हुए अपने गांव जा रहे थे। बताया जा रहा है कि घन्ना अंधेरा होने के कारण अचानक मोटर साईकिल का बैलंस बिगड़ जाता है और चारों के चारों युवक नहर में गिर जाते है। किसी तरह से हिमांशु बच कर बाहर निकल जाता है, जिस के बाद उसने अपने तीनों दोस्तों को बचाने का प्रयास करते हुुए सभी ने एक दुसरे का हाथ पकड़ लिया, लेकिन पानी का बहाव तेज होने के कारण सभी का हाथ हिमांशु के हाथ से छुट गया और तीनोंं साहिल, दिपांश और रितेश नहर में डृब गए।
जिस को बाद इस दर्दनाक हादसें की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस भी तुंरत मौके पर पहुंची और गोताखौर प्रगट सिंह की टीम व सरकारी दो गोताखोर वीर कर्ण व नीरज को मौके पर बुलाया गया। काफी देर तक इन तीनों युवकों की नहर में तलाश की गई और लगभग दो घण्टे के बाद तीनों के शवों को नहर से बाहर निकाला गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ये हादसा इतना दर्दनाक था कि जिस ने भी देखा और सुना तो सब के होश उड़े थे। इस हादसें की जानकारी मिलते ही चारों युवकों के परिजन भी मौके पर पहुंच गए थे।
सदर थाना पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हए तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया। थाना प्रभारी का कहना था कि ये हादसा बेहद की दर्दनाक था और अब पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। उल्लेखनीय है कि गोताखौर वीर कर्ण, नीरज व प्रगट सिंह अपने साथी बिल्ला, सिंडर कश्यप व गुरविंद्र के साथ मौके पर पहुंच कर शवों बाहर निकालने में मदद की। आज तीनों छात्रों के शवों का पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों के हवाले कर दिए जाएगें।
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