पिछले 10 सालों में करनाल शहर का हुआ कायापलट : सैनी
मुख्यमंत्री ने पाश्र्वनाथ सिटी में पहुंचकर लोगों का लोकसभा और विधानसभा के उप चुनाव में कमल का फूल खिलाने पर किया धन्यवाद
करनाल, 22 जुलाई। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पिछले 10 सालों में प्रदेश सरकार ने करनाल की कायापलट की है। वर्ष 2014 से पहले और 2024 के करनाल में आज विकास के मामले में एक बहुत बड़ा अंतर नजर दिखाई दे रहा है। यहां हर क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है, चाहे वह महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय की बात हो या नए बस स्टैंड, खेल स्टेडियम बनवाने की बात हो या फिर शहर में सीसीटीवी लगाने, रंगीन लाईटें, स्वागत गेट बनवाने, सडक़ों का विस्तारीकरण, अवैध कॉलोनियों को वैध घोषित करने, पार्कों का विकास और उनमें ओपन एयर जिम स्थापित करने की बात हो।
उन्होंने कहा कि सरकार सबका साथ-सबका विकास के नारे के साथ आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री पाश्र्वनाथ सिटी में धन्यवादी दौरे के दौरान लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा की नहीं आज पूरे विश्व में भारत की तूती बोल रही है। आज भारत बोलता है और दुनिया सुनती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 सालों में अनेक विकास कार्य करवाए गए हैं। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण की सालों पुरानी मांग को पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जीटी रोड को फोरलेनिंग बनाने की योजना तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के समय बनाई गई थी।
लेकिन वर्ष 2004 में यूपीए की सरकार बनने पर इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। वर्ष 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद इस योजना पर फिर काम शुरू हुआ। आज दिल्ली से वाघा बॉर्डर तक सडक़ से नीचे उतरने की जरूरत नहीं है। करनाल के चारों ओर रिंग रोड बनाया जा रहा है, जिस पर तेजी से कार्य चल रहा है। मुनक से होकर जाने वाला करनाल बाईपास का निर्माण भी किया जा रहा है। सरकार ने सडक़ों के विस्तारीकरण के माध्यम से लोगों के जीवन को सरल बनाने का काम किया है।
इस मौके पर पाश्र्वनाथ सिटी की सोसाईटी की तरफ से रखी गई सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की स्थापना, बिजली व सडक़ों की हालत सुधारने की मांग को मुख्यमंत्री ने पूरा करने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में राज गोदारा व रघुमल भट्ट ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पाश्र्वनाथ सिटी के प्रांगण में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
इस अवसर पर डॉ. जोगिंद्र घोघड़ीपुर के नेतृत्व में वाल्मीकि समाज का शिष्टमंडल मुख्यमंत्री से मिला और पुष्प गुच्छ के साथ स्वागत किया। करनाल शहर में शिक्षा सम्मेलन कार्यक्रम के लिए समय देने की मांग की।
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